यह महाविद्यालय 4 सितम्बर 1984 को कला संकाय में स्नातक स्तर के अध्यापन के साथ प्रारम्भ हुआ । सत्र 1986 में वाणिज्य संकाय एवं 1987 में विज्ञान संकाय प्रारम्भ हुआ तथा सत्र 1997-98 में इतिहास एवं सत्र 2005-06 में हिंदी में स्नातकोत्तर स्तर की कक्षाएं, सत्र 2016-17 में PGDCA, सत्र 2017-18 से स्नातक स्तर पर नवीन विषय भूगोल एवं सत्र 2018-19 से समाजशास्त्र एवं राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारंभ करने की अनुमति प्राप्त हुई प्रारम्भ हुईं । दिनांक 28.05.2008 से यह महाविद्यालय, ग्राम छिपली स्थित स्वयं के भवन में संचालित हो रहा है | यह भवन 5.78 एकड़ के भूखंड पर स्थित है, जिसे नगरी ग्राम पंचायत ने छिपली ग्राम पंचायत से प्राप्त कर, दिनांक 13.03.1992 को उच्च-शिक्षा विभाग को हस्तांतरित किया ।
छत्तीसगढ़ शासन ने 13.03.2008 के अपने आदेश द्वारा महाविद्यालय का नामकरण, इस अंचल के प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुखराम नागे के नाम कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है | आदिवासी ब्लॉक में स्थित इस महाविद्यालय की राजधानी रायपुर से दूरी 143 कि.मी. है एवं यह जिला मुख्यालय धमतरी से 65 कि.मी. की दूरी पर दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित है । रायपुर से धमतरी एवं धमतरी से नगरी के लिए बस एवं टैक्सी की समुचित सुविधा उपलब्ध है । यह महाविद्यालय पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर से सम्बद्ध है । इस महाविद्यालय में वर्ष 1986-87 से राष्ट्रीय सेवा योजना संचालित है जिसमे 100 स्वयंसेवकों की इकाई है, जो राष्ट्रीय एवं राज्य-स्तरीय कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए समर्पित है ।
इस महाविद्यालय में सह-शिक्षा है एवं बहुसंख्यक छात्र-छात्राएं अनुसूचित जाति ,अनुसूचितजनजाति तथा पिछड़ा वर्ग एवं बीपील वर्ग से सम्बंधित है । महाविद्यालय की देखरेख एवं विकास सम्बंधी कार्यों में महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों का सक्रिय सहयोग इस महाविद्यालय की प्रगति का आधार है ।